इसका इस्तेमाल मोबाइल गेम खेलने में किया जाता है। जब हम रेसिंग गेम खेलते हैं और कार को दाएं या बाएं मोड़ने के लिए मोबाइल फोन को भी दाएं या बाएं घुमाते हैं, तब ऐसा इसी सेंसर की वजह से होता है।
एक्सेलोमीटर : मोबाइल की स्क्रीन को पोर्टेट या लैंडस्कैप में करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। मोबाइल को हम जिस भी दिशा में घुमाते हैं, ठीक उसी दिशा में मोबाइल की स्क्रीन भी घुम जाती है। मोबाइल में 'ऑटो रोटेड' सेटिंग इसी पर काम करती है। इसका इस्तेमाल इमेज-रोटेशन में भी किया जाता है।
प्रोक्सिमिटी सेंसर : कई बार होता है कि हम फोन को कान पर लगाकर किसी से बात कर रहे होते हैं और तभी हमारा कान मोबाइल के टचस्क्रीन को छू लेता है और इस वजह से फोन कट जाता है या फिर कोई ऐप चालू हो जाता है। कॉल के दौरान ऐसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए प्रोक्सिमिटी सेंसर का उपयोग किया जाता है। प्रोक्सिमिटी सेंसर आपके फोन और उसके सामने की वस्तु के बीच की दूरी की पहचानकर स्क्रीन को इनएक्टिव कर देता है।
लाइट एम्बिएंट सेंसर : मोबाइल फोन की ब्राइटनेस को सेट करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। जब हम किसी डिवाइस में ब्राइटनेस सेटिंग को 'ऑटो' मोड में सेट करते हैं तब वह डिवाइस हमारे आस-पास मौजूद लाइट के हिसाब से मोबाइल स्क्रीन की ब्राइटनेस को सेट करता है ताकि मोबाइल स्क्रीन पर देखने में आंखों को कोई परेशानी ना हो।